Vol 3, (2023)
Articles

Humanism in the Poetry of Naresh Mehta

Dr. M Abdul Rajak
Assistant Professor Department of Hindi Kristu Jayanti College (Autonomous), Bengaluru-77

Published 2023-12-31

Keywords

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How to Cite

Abdul Rajak, D. M. . (2023). Humanism in the Poetry of Naresh Mehta. Kristu Jayanti Journal of Humanities and Social Sciences (KJHSS), 3, 73–80. https://doi.org/10.59176/kjhss.v3i0.2316

Abstract

“मैं साहित्य को मनुष्य की दृष्टि से देखने का पक्षपाती हूँ। जो वाग्जाल मनुष्य को दुर्गति, हीनता और परमुखापेक्षिता से बचा न सके, जो उसकी आत्मा को तेजोद्दीप्त न बना सके, जो उसके हृदय को परदुःखकातर और संवेदनशील न बना सके, उसे साहित्य कहने में मुझे संकोच होता है।” (मनुष्य ही साहित्य का लक्ष्य है- निबंध से)

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References

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4. नरेश मेहता -‘संशय की एक रात' की भूमिका
5. वेद प्रकाश “वेदान्त”-धर्म और मानवता कविता से लिया गया है।